विक्रम बेताल की कहानियां |vikram aur betal | बेताल पच्चीसी |episode – 8

विक्रम बेताल की कहानियां | बेताल पच्चीसी

जिसे बेताल पच्चीसी  के नाम से भी जाना जाता है। यह 25 कहानियों का संग्रह है, जिसमें कई प्ररेणादायक और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने वाली कहानियां शामिल हैं। इन सभी कहानियों को बेताल (एक पिशाच) तब सुनाता है, जब राजा विक्रम उसे जंगल से पकड़कर एक योगी के पास ले जा रहे होते हैं।हर बार बेताल रास्ता लंबा होने के कारण राजा विक्रम को कहानी सुनाता, जिन कहानियों का संग्रह विक्रम बेताल की कहानियों के नाम से प्रसिद्ध है। कहानी सुनाने से पहले बेताल, राजा के सामने एक शर्त भी रखता था कि अगर कहानी खत्म होने के बाद उसने मुंह से आवाज निकाली, तो वो वापस उड़कर पेड़ से लटक जाएगा। उधर, जब भी बेताल कहानी सुनाकर खत्म करता, तो राजा एक सवाल पूछता और कहता, राजन अगर तुमने जवाब पता होने पर भी नहीं दिया, तो मैं तुम्हारा सिर तोड़ दूंगा। इस वजह से राजा को मजबूर होकर जवाब देना पड़ता था और पहली शर्त के अनुसार राजा के बोलते ही बेताल वापस जाकर पेड़ से उल्टा लटक जाता था। ऐसा होते-होते बेताल ने राजा को 25 कहानियां सुनाई। आखिर क्या था इन 25 कहानियों में और आखिरी यानी 25वीं कहानी सुनाने के बाद क्या होता है, यह जानने के लिए पढ़ें विक्रम बेताल की सभी कहानियां।

 

बेताल को विक्रम फिर से पकड़ लेता है और अपने कंधे पर डाल कर ले चलता है।बेताल (एक पिशाच) तब सुनाता है, एक गाँव में एक ब्राह्मण रहता था जिसके तीन लड़के थे। तीनों बहुत समझदार और आज्ञाकारी थे और तीनों मसखरे भी बहुत थे। तीनों एक दिन जंगल में खेलने निकल जाते हैं तो शाम को जब वो घर आते हैं तो उनके पिता उन्हें कहते हैं की तुम तीनों समुद्र किनारे घूमने जाओगे तो तीनों हां कर देते हैं। ब्राह्मण उन्हें कहता है की तुम्हें वहाँ जकार अपने टालब के लिए एक एक कछुआ लेकर आना है। ब्राह्मण के तीनों लड़के सुबह होते ही निकल जाते हैं।

रस्ते में उन्हें एक कछुआ मिलता है तीनों में उसे उठाकर घर ले जाने पर बहस हो जाती है की कौन उस कछुए को उठा कर लेकर जाएगा। वहीं एक पहलवान खड़ा था वो उसे पूछते हैं की वो उनकी इस परेशानी का निवारण करे तो वो उन्हें कहता है की वो राजा के पास जाए। राजा के पास तीनों भाई जाते हैं और जाने से पहले उस पहलवान को कछुए का ध्यान रखने को कह जाते हैं। तीनों में से कौन सा कोमल और नाज़ुक है यह सवाल सुनकर राजा भी हैरन हो जाता है। राजा उनकी बात सुनकर उन्हें कहता है की जाओ पहले भोजन कर लो। तीनों भाइयों में से एक भोजन नहीं करता है क्योंकि उसे चावल में से दुर्गंध आ रही थी। यह सुनकर राजा वहाँ आता है तो राजा कहता है की मुझे तो किसी में से कोई बदबू नहीं आ रही ।

राजा उस लड़के से पूछता है की तुम्हें कैसी बदबू आ रही है तो वह लड़का बताता है की उसे शमशान की बदबू आ रही है। राजा को सैनिक बताता है की हां हमारे ये चावल हमारे उस खेत के हैं जहां शशन है। राजा उस लड़के को कहता है की हां तुम तो बहुत कोमल और नाज़ुक हो। दोनों भाई राजा से कहते हैं की क्या अब हमें कछुआ उठाना पड़ेगा। तो वो दोनों मना कर देते हैं की वो कछुआ नहीं उठाएँगे। ब्राह्मण का दूसरा लड़का संगीत जनता था तो राजा उसे संगीत सुनाने के लिए कहता है तो राजा उसके लिए मृदंग माँगता है और गायिका को भी बुलाता है। लेकिन वह ब्राह्मण का लड़का गायिका से दूर जकार बैठ जाता है तो राजा उस से इसका कारण पूछता है। ब्राह्मण का लड़का कहता है की उसे इस गायिका में से बकरी के दूध की गंध आती है। राजा गायिका से पूछता है की क्या उसने बकरी का दूध पिया है तो वह गायिका कहती है की जी नहीं महाराज लेकिन उसने बचपन में बहुत बकरी का दूध पिया है। राजा कहता है की आप तो बहुत कोमल है की आपको गायिका के रक्त में से भी बकरी के दूध की गंध आ गयी। आप तो बहुत नाज़ुक और कोमल प्रतीत होते हैं। रात्रि में सभी सोने के लिए जाते हैं तो ब्राह्मण का तीसरा बेटा सो नहीं पता तो राजा उस से पूछता है की क्या हुआ वो क्यों नहीं सो रहे तो वह कहता है की मुझे कुछ बिस्तरे में चुभ रहा है तो राजा बिस्तरे को देखने के लिए कहता है।

ब्राह्मण का बालक राजा को तीन बिस्तरे के नीचे दबे एक बाल के कारण पीठ पर खरोंच आ गयी थी। अब तीनों में से राजा को यह फ़ैसला करना था की कौन सबसे ज़्यादा कोमल है और राजा ने खुश होकर यह निर्णय भी लिया की सबसे अधिक कोमल होने का इनाम भी उसे दिया जाएगा। बेताल अब राजा विक्रम से पूछता है की अब तु बता की राजा ने किसे इनाम दिया और कौन सबसे कोमल है। राजा विक्रम बताता है की राजा सबसे छोटे लड़के को इनाम देगा और उसे सबसे कोमल बताएगा क्योंक्की राजा ने उसे अपनी आँखो से खरोंच लगते हुए देखा है और वो भी एक बाल से। शमशान के नज़दीक के खेत के चावल और गायिका का बचपन में पिया बकरी का दूध कानो सुनी बात भी हो सकती है लेकिन बाल से पीठ पर खरोंच राजा ने स्वयं देखी थी। राजा विक्रम का उत्तर सुनते हु बेताल फिर से उड़ जाता है और अपने पेड़ पर जाकर लटक जाता है।

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